भक्ति काव्य को दो धाराओं में बांटा गया है:-
1. निर्गुण काव्यधारा और
2. सगुण काव्यधारा।
1. निर्गुण काव्यधारा को भी दो काव्य धाराओं में बांटा गया-
क) संत काव्यधारा/ज्ञानमार्गी शाखा और
ख) प्रेमाख्यानक काव्य धारा/ प्रेममार्गी शाखा या सूफी काव्य धारा।
2. सगुण काव्यधारा की भी दो शाखाएँ हैं-
क) राम भक्तिधारा या रामकाव्य धारा और
ख) कृष्ण भक्तिधारा या कृष्णकाव्य धारा।